नवम्बर १९, २०१० मेरे अब तक के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन रहा. इस दिन मुझे मेडिकल यूनिवेर्सिटी ऑफ़ ग्राज़, ऑस्ट्रिया, यूरोपे द्वारा पी.एच.डी. की डिग्री प्रदान की गयी. यह डिग्री मुझे मोलीकुलर मेडिसिन में मेरे द्वरा सोरियासिस और इम्यून सिस्टम में किये गये कार्य के लिए दिया गाया है. दूसरी जो खुशी की बात है वो ये की इसी कार्य की लिए मुझे २०१० का सनोफी अवेंतिस पुरस्कार भी दिया गाया जो की प्रति वर्ष मेडिकल यूनिवेर्सिटी ऑफ़ ग्राज़ में चिकित्सा विज्ञान में शोध के लिए किये गये महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जाता है. यह पुरस्कार मैंने दो अन्य लोगों के साथ साझा किया. मेडिकल यूनिवेर्सिटी ऑफ़ ग्राज़ में कार्य करते हुए मैंने प्रथम लेखक के रूप में दो अंतराष्ट्रिये शोध पत्र, The Journal of Immunology और The American Journal of Pathology (in press) में प्रकाशित किये और कई अंतराष्ट्रिये कोन्फेरेंस में भाग लिया.
आज मैं अपने आप को बहुत गौरवानित महसूस कर रहा हूँ की गोंडा, यू.पी. से मैं यहाँ तक पहुंचा और उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूँ जिन लोगों ने मुझे यहाँ तक पहुँचने में सहयोग दिया. आखिर में मैं इसका पूरा श्रेय अपने परिवार और गुरु जनों को देना चाहूँगा जिनका सहयोग अमूल्य रहा.
आज मैं अपने आप को बहुत गौरवानित महसूस कर रहा हूँ की गोंडा, यू.पी. से मैं यहाँ तक पहुंचा और उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूँ जिन लोगों ने मुझे यहाँ तक पहुँचने में सहयोग दिया. आखिर में मैं इसका पूरा श्रेय अपने परिवार और गुरु जनों को देना चाहूँगा जिनका सहयोग अमूल्य रहा.
अधिक जानकारी के लिए नीचे लिंक्स दे रहा हूँ.
नीचे कुछ तस्वीरें भी डाल रहा हूँ...................धन्यवाद
तेज प्रताप सिंह
पी.एच.डी. दीक्षांत समारोह
सनोफी अवेंतिस पुरस्कार