Tuesday, April 20, 2010

रेलगाड़ी से उतरना मना है...यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है

रेलगाड़ी से उतरना मना है यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है, चलिए थोडा और आगे चलते हैं.
(9)
यार मोटे उ रामखेलावन का क्या हाल चाल है
छोड़ा पूराने, अब हमार उनसे ना पटत है...
काहे का हो गाया...
बस ऐसे ही, कोई खास बात ना बा...फिर भी 
अरे उ ससुर रामखेलावन का जोन लड़का बा बहुत सेखी मारत रहा...
का हुआ...अरे कछु अंग्रेजी का जान गा है..हमेशा भाव मारत रहत है 
जब देखो तब कुछ ना कुछ अंग्रेजी मां बोल कई, हंसी उडावत है..अब हमका तो इतना आवत ना
हाँ ई तो गलत है, बड़ों का ध्यान रखना था उका....पर हुआ का ?
अरे एक दिन उ कुछ अंग्रेजी मां बोलिस हमका ना बुझिल..तो हम उ से बोला..
जानित है तू बड़का अंग्रेज हो..पर जोन हम कही उका तू अंग्रेजी मां बोल कय देखाव तो मानी..
हाँ, तो का पूछे उससे..पूराने बोला
हाँ मैंने पूछा...
झपट झंझला झूम झट झाम झूम झकझोर
दांव पेंच करने लगे दोनों-दोनों ओर
ईका अंग्रेजी मां अनुवाद करो....
अरे मोटे तू तो जान मार दिहो...कुछ बोला फिर वह....
ना दुबारा ससुर नजर नहीं आवा...तबसे हमार उनके घर से थोडा अनबन है
उनके घर वाले कहत हैं की तोका हमरे लड़का से जलन है...
मारो ससुर का, जैसे को तैसा...सही कहा पूराने 
(10)
मोबाइल का बुखार इस कदर लोगों में लगा की हर किसी ने इसे ख़रीदा. स्वामी से भी रहा नहीं गाया...
दीदी तेरा देवर दिवाना ...हाय राम कुड़ियों को डाले दाना.......
ये गाना कहाँ से आवत है...अरे रुका मोटे ई हमरे संचार यन्त्र की आवाज है
संचार यन्त्र......ई कौन सी बला है.......
अरे उ हमरा मोबाइल..अभी निकालत हूँ उ का झोला से..
अम्मा बोल पड़ीं, कितने का ख़रीदा...
अरे ससुर को पूरे १२०० में लिया है...मस्त चीज है 
अच्छा जब खरीद ही लिया है तो अब लो एक नंबर मिलाओ हमरे घर 
कोई जरुरी बात है तो बोलो..ससुर मां अभी खाली ५ मिनट बचा है 
हाँ..मिलाओ जरुरी है...पर अम्मा देख लो खाली ५ मिनट है
मिला ना...लो फिर मिलाता हूँ ....
हलू कौन बोलत हो, हम अम्मा बोल रही हूँ.......
अरे अम्मा हाँ का हाल है, आप आश्रम कब आयीं
....हाँ हम स्वामी के मोबाइल से बोल रही हूँ.....?   
स्वामी के मोबाइल से!!!...जय हो स्वामी जी...  
तो आपकी नित्यानंद स्वामी जी से कब मुलाकात हुई...
आज कल तो हमारी उनको कोई याद भी नहीं आती...आप ही लोगों में लीन रहते हैं 
अरे उ स्वामी नाहीं...स्वामी...गाँव वाला 
का अम्मा यंत्र हमका दो...हम बात करीत है 
हाँ..आप कौन...स्वामी ने पुछा
हाँ, अच्छा..नमस्कार..इतने में मोबाइल कट गाया 
देखा..बोलेन रहा ५ मिनट बचा है....जब बात करेक नाहीं आवत तो काहे हमेशा...????
गलत नंबर मिल गवा रहा का..अम्मा बोली 
स्वामी...हाँ, कोई आश्रम का नंबर था....
सब तेरे नाम के कारण हुआ है, ना तेरा नाम स्वामी होता ना देर तक बात होती
अब तो सारी गलती हमरे नाम की ही है....स्वामी झल्ला कर बोला  
Conti....
तेज प्रताप सिंह 'तेज'

2 comments:

  1. अभी तो फोन बंद हुआ, ये स्वामी किसी दिन नाम के चक्कर में बंद न हो जाये जेल में. :)

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  2. hahaha.......sahi kaha aap ne.

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